सूचना और खबरों की
चारो तरफ दौड़ हैं.
आपस में चैनलों की
बेशुमार होड़ हैं.
मन गढ़ंत किस्सों का ,
चारो ओर जोर हैं .
कौन बुरा पुलिस हैं ,
कौन अच्छा चोर हैं.
उस रंगीन डिब्बे में
सभी कुछ बंध हैं ,
जो चाहो देख लो ,
एक ही निबंध हैं.
सिरिअल कतार में ,
जीवन के सार हैं.
एक नहीं, दो नहीं ,
एकसौ चार हैं .
खबरों के सारे चैनल
वैय्गानिकों के पैनल ,
कहते हैं वही बातें,
जो काम नहीं आतें .
फिर भी बटन दबातें
हम रिमोट गुदगुदाते ,
सुनकर शुकून मिलता,
वोह सारी झूठ बातें .
विश्वरूप
ડૂબતો જા ભીતર ભીતર,
ReplyDeleteખૂંપતો જા અંદર અંદર!
પાસ જઇને દેખી જો તું,
દૂરથી તો સુંદર સુંદર!
લાગતું કે અંગત છે એ,
દિલથી તો અંતર અંતર.
જિંદગીનો મારગ લાંબો,
ચાલ તો છે મંથર મંથર!
મઘમઘી જાયે તન ને મન,
યાદ એની અત્તર અત્તર!
જયેશ શાહ - વડોદરા